Govardhan Girdhare Lyrics, This bhajan beautifully expresses the devotee’s heartfelt plea to Lord Krishna, known as Govardhan Giridhari, who lifted the Govardhan Hill to protect the villagers from the wrath of Indra. The devotee implores Krishna to listen to their humble request, seeking his attention and guidance.
Govardhan Girdhare Lyrics In Hindi
मेरे गोवर्धन गिरधारी, सुन लो ना अरज हमारी
मेरे गोवर्धन गिरधारी, सुन लो ना अरज हमारी
सुन लो ना अरज हमारी, सुन लो ना अरज हमारी
मेरे गोवर्धन गिरधारी, सुन लो ना अरज हमारी
तुम रूसा-रूसी छोड़ भी दो
मुख मेरी तरफ़ अब मोड़ भी लो
आई मैं शरण तुम्हारी, सुन लो ना अरज हमारी
मेरे गोवर्धन गिरधारी, सुन लो ना अरज हमारी
मेरे दिन बीते, बीती रातें
क्यूँ करते नहीं मुझसे बातें?
कुछ बोलो ना बनवारी, सुन लो ना अरज हमारी
मेरे गोवर्धन गिरधारी, सुन लो ना अरज हमारी
तुम सागर हो करुणा-रस के
मुझ में अवगुण दुनिया भर के
फिर भी मैं दासी तुम्हारी, सुन लो ना अरज हमारी
मेरे गोवर्धन गिरधारी, सुन लो ना अरज हमारी
सुन लो ना अरज हमारी, सुन लो ना अरज हमारी
मेरे गोवर्धन गिरधारी, सुन लो ना अरज हमारी
Govardhan Girdhare Lyrics In English
Mere Govardhan Giridhari, sun lo na arz hamari
Mere Govardhan Giridhari, sun lo na arz hamari
Sun lo na arz hamari, sun lo na arz hamari
Mere Govardhan Giridhari, sun lo na arz hamari
Tum roosa-roosi chhod bhi do
Mukh meri taraf ab mod bhi lo
Aai main sharan tumhari, sun lo na arz hamari
Mere Govardhan Giridhari, sun lo na arz hamari
Mere din bite, beete raatein
Kyun karte nahin mujhse baatein?
Kuch bolo na banwari, sun lo na arz hamari
Mere Govardhan Giridhari, sun lo na arz hamari
Tum saagar ho karuna-ras ke
Mujh mein avgun duniya bhar ke
Phir bhi main daasi tumhari, sun lo na arz hamari
Mere Govardhan Giridhari, sun lo na arz hamari
Sun lo na arz hamari, sun lo na arz hamari
Mere Govardhan Giridhari, sun lo na arz hamari